चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच होगा चित्रकूट का दीपावली मेला
चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच होगा चित्रकूट का दीपावली मेला

सतना / चित्रकूट में आगामी दीपावली मेला 18 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक आयोजित होगा। अमावस्या मेला के दौरान चित्रकूट में देश-देशांतर से आने वाले श्रद्धालु तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं एवं आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में गुरूवार को चित्रकूट के नगर परिषद के सभाकक्ष में कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ. सतीश कुमार एस की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मेले की तैयारियों एवं सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों को जिम्मेदारी और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह, सीईओ जिला पंचायत संजना जैन, अपर कलेक्टर विकास सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल धुर्वे, एसडीएम मझगवां महिपाल सिंह गुर्जर, आरटीओ संजय श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एलके तिवारी, डीएसपी ट्रैफिक संजय खरे, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी बीआर सिंह, पीएचई श्वेतांक चौरसिया, एसडीओपी राजेश सिंह बंजारे, सीएमओ अंकित सोनी, सीईओ जनपद सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
चित्रकूट अमावस्या मेले की व्यवस्थाओं के संबंध में कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते हुए समय रहते सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था, प्रकाश, पेयजल, आश्रय स्थल सहित आवागमन के मार्गों सहित भीड़ नियंत्रण के लिए ड्रॉप गेट एवं बैरिकेटिंग की व्यवस्था दुरुस्त रखें। राजस्व विभाग आश्रय स्थलों का चिन्हांकन करें एवं चित्रकूट के दार्शनिक केंद्र आवागमन, सुविधाओं को प्रदर्शित करने वाली मैप होर्डिंग भी लगवाए। नगर परिषद चित्रकूट साफ-सफाई, पेयजल, आंतरिक सड़कों की मरम्मत, कंट्रोल रुम, खोया-पाया केंद्र आदि की व्यवस्था करें।
कलेक्टर ने कहा कि मेले के दौरान संपूर्ण पेयजल व्यवस्था के लिए ’लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग’ और नगर परिषद को जिम्मेदारी दी गई है। इसमें गुप्त गोदावरी और सती अनूसुइया क्षेत्र में पेयजल की सम्पूर्ण व्यवस्था लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग करेगा। विद्युत कंपनी के अधिकारी पूरे नगर परिषद क्षेत्र का भ्रमण कर लाइन और ट्रांसफार्मर चेक कर लें। कहीं भी विद्युत दुर्घटना की संभावना नहीं रहनी चाहिए। मेले के दौरान चित्रकूट क्षेत्र में सतत विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। बैरिकेटिंग के लिए बांस बल्ली और अलावा लकड़ी की व्यवस्था ’वन विभाग’ करेगा। बैरिकेटिंग और लोक निर्माण की सड़कों को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी ’लोक निर्माण विभाग’ की होगी। ’खाद्य विभाग’ और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों से कलेक्टर ने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र की दुकानों में राशन वितरण, होटलों में खान-पान की वस्तुओं की सैंपलिंग के अलावा खाने-पीने की वस्तुओं की रेट सूची प्रतिष्ठान में प्रदर्शित कराएं और खाद्य पदार्थों की बिक्री तय कीमत पर सुनिश्चित कराएं। कलेक्टर ने कहा कि परिक्रमा पथ में सभी बिजली की तारे और सप्लाई कनेक्शन अंडर ग्राउण्ड कर दी गई है। भरत घाट से गौरिहार मंदिर से प्रमुख द्वार तक बिजली के तारों और खंभों को 10 फीट ऊंचाई तक प्लास्टिक पीबीसी पाइप से कवर कराये। चित्रकूट में कुल 5 मार्गो से वाहनों की आवाजाही होगी। बसों और चार पहिया वाहनों तथा दो पहिया वाहनों की पार्किंग की सुव्यवस्थित जगह देखकर पार्किंग स्थल बनाये।
कलेक्टर ने कहा कि संपूर्ण मेला क्षेत्र में प्रकाश की समुचित व्यवस्था रहे। नदी के घाटों में पर्याप्त गोताखोर और बचाव सामग्री के साथ होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम भी तैनात रहेंगी। नाविकों से भी कहा गया है कि नाव में क्षमता से अधिक सवारी नहीं बैठायें। पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने कहा कि निर्देशों के उल्लंघन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। डीएसपी ट्रैफिक ने पूरे नगर परिषद क्षेत्र चित्रकूट में की जाने वाली पार्किग व्यवस्था के संबंध में जानकारी दी। बैठक में पानी वाले नारियल से होने वाली फिसलन और अगरबत्ती और धूपबत्ती के नियंत्रण के संबंध में चर्चा की गई तथा प्रसाद दुकानदारों को इस संबंध में प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया गया।
कलेक्टर ने दीपावली मेले के दौरान और उससे पूर्व सभी पेयजल स्त्रोतों का जल परीक्षण और शुद्धिकरण तथा क्लोरीनेशन सतत रूप से कराने के निर्देश भी दिए हैं। होटल एवं रेस्टोरेंट के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि मेला के दौरान असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके। मेला जोन के निर्धारित स्थलों पर निःशुल्क चिकित्सा केंद्र तथा प्रमुख स्थानों पर एंबुलेंस की व्यवस्था भी रखने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि दीपावली मेले में कार्यरत विभागीय अधिकारी-कर्मचारी एवं संबंधित जन डयूटी मानकर नहीं बल्कि सेवा भाव से अपना कर्तव्य निभायें। मेले के दौरान समर्पित भावना से काम करे ताकि दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुजन चित्रकूट से अच्छी स्मृतियां लेकर लौटे। बाद में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने चित्रकूट में मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों का स्थल निरीक्षण किया।